Tum kisi ki nahi ho sakti…

तुम किसी की नहीं हो सकती,
मैंने तुम्हे अपना बना के देख लिया…

तुम किसी की नहीं हो सकती , देखा है मैंने तुम्हें अपना बनाकर।
बस तुम झूठ और फरेब कर सकती हो’ लेकिन कभी तो किसी का होना पड़ेगा देखते हैं कब तक लोगों की ज़िन्दगी से खेलोगी।
जब ये बात समझ आएगी बहुत देर हो चुकी होगी। गुस्सा आता है, बहुत गुस्सा आता है लेकिन तुमसे नफरत नहीं कर पाता।

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