Kya kahun? Kis se kahun? Aur Kyu Kahun?

क्या कहूं मैं किससे कहूं मैं कब कहूं

क्या कहूं मैं

किससे कहूं मैं

कब कहूं मैं

और अब क्यूं कहूं मैं की तुमसे इश्क़ हैं मुझे..!!

बहुत सारी बातें हैं जो कहनी है, बहुत सारे सवाल हैं जो पूछने है, बहुत सारी बातें जो सुननी हैं तुमसे
लेकिन ये दूरी ने सब ख़त्म कर दिया काश…

इश्क़ आज भी उतना ही है तुमसे और मुझे ज़रा भी संकोच नहीं ये स्वीकार करने में कि मैं आज भी बेइंतेहा इश्क़ करता हूँ और रोज़ यही प्रार्थना करता हूँ कि तुम मेरा आखिरी इश्क़ रहो मेरी आखिरी साँस तक