उसे ज़िंदगी और ज़िंदगी के बीच
कम से कम फ़ासला
रखते हुए जीना था
यही वजह थी कि वह
एक की निगाह में हीरा आदमी था
तो दूसरे की निगाह में
कमीना था।— धूमिल
Life
Jeevan Ka Asli Rang Tabhi Dikhta hai…
Jeevan Ka Asli Rang Tabhi Dikhta hai…
Jab Hum Mushkilon ka Saamna karte hai!!